आज के इस पोस्ट में हम सभी बच्चों के लिए बेहतरीन कविता शेयर कर रहे हैं इस लेख का नाम है, chhote bacchon ki poem in Hindi यहां पर जो भी कविता है, यह बहुत ही छोटे-छोटे शब्दों में है, यह बच्चों को बहुत ही पसंद आएगी और उनको आसानी में बहुत ही मदद करेगी और जो उनके मन को खुश करते हैं, और बच्चे कहीं बार कविताओं को याद नहीं कर पाते हैं, माता-पिता के लिए कविता याद करवाना बहुत ही बड़ा टास्क बन जाता है, कहीं बच्चे छोटी-छोटी कविताओं को बहुत ज्यादा याद रखते हैं, क्योंकि उनमें याद रखने की क्षमता होती है, हालांकि बच्चे बहुत ही ज्यादा शरारती होते हैं, बच्चे कविताओं से बहुत लगाव होता है, क्योंकि उनमें कुछ ऐसे इंटरेस्टिंग शब्द होते हैं, जो उनको बातें हैं, आज हम बहुत ही इंटरेस्टिंग कविताएं लेकर आए हैं बच्चों के लिए जो बेहद पसंद आने वाली है chhote bacchon ki poem हिंदी कविता बच्चों के लिए तो लिए पढ़ते हैं छोटे बच्चों की पोयम।

Chhote Bacchon ki poem | हिंदी कविता बच्चों के लिए
तितली उड़ी-Chhote bacchon ki poem
तितली उड़ी
बस में चढ़ी
सीट न मिली
रोने लगी
ड्राइवर ने कहा
आज मेरे पास
तितली ने कहा
चल हट बदमाश
हुआ सवेरा
हुआ सवेरा मुर्गा बोला
घर से चला टहलने भोला
मिला राह में उसको भालू
लगा मांगने रोटी आलू
आलू बिकने गया हाट में
भालू सोने लगा खाट में
टूटी खाट गिर पड़ा भालू
अब नहीं चाहिए रोटी आलू।
हुआ सवेरा चिड़िया बोली
हुआ सवेरा चिड़िया बोली
बच्चों ने तब आंखें खोली
अच्छे बच्चे मंजन करते
मंजन करके कुल्ला करते
कुल्ला करके मुंह को धोते
मुंह को धोकर रोज नहाते
रोज नहा कर पढ़ने जाते।
लालाजी ने केला खाया
लालाजी ने केला खाया
केला खाकर मुंह पिचकाया
मुंह में पिचका कर छड़ी उठाई
छड़ी उठाकर कदम बढ़ाया
कदम के नीचे आया छिलका
लालाजी गिरे धड़ाम
मुंह में से निकली हाय राम।
हे भगवान-Chhote bacchon ki poem
हे भगवान, हे भगवान।
हम सब तेरी हैं संतान।
ईश्वर हमको दो वरदान।
पढ़ लिख कर हम बनें महान।
हमसे चमके हिन्दुस्तान।
हम न रहेंगे- छोटे बच्चों के लिए कविता
हम न रहेंगे
तब भी तो यह खेत रहेंगे,
इन खेतों पर घन लहराते
शेष रहेंगे,
जीवन देते
प्यास बुझाते
माटी को मदमस्त बनाते
श्याम बदरिया के
लहराते केश रहेंगे।
हम न रहेंगे
तब भी तो रतिरंग रहेंगे,
लाल कमल के साथ
पुलकते भृंग रहेंगे,
मधु के दानी
मोद मनाते
भूतल को रससिक्त बनाते
लाल चुनरिया में लहराते
अंग रहेंगे।
घडी है करती टिक टिक टिक
घडी है करती टिक टिक टिक
गाड़ी करती छुक छुक छुक
घंटी बजती ठुन ठुन ठुन
गुड़िया नाचे छुन छुन छुन
घोडा भागे टप टप टप
पानी बरसे छप छप छप
चिड़िया करती चूँ चूँ चूँ
मुन्नी रोती ऊँ ऊँ ऊँ
नानी नानी सुनो कहानी
नानी नानी सुनो कहानी
एक था राजा एक थी रानी
राजा बैठा घोड़े पर
रानी बैठी पालकी पर
बारिश आई बरसा पानी
भीगा राजा बच गयी रानी
गोल गोल पानी -छोटे बच्चों के लिए कविता
गोल गोल पानी
मम्मी मेरी रानी
पापा मेरे राजा
फल खाए ताज़ा
सोने की चिड़िया
चाँदी का दरवाजा
उसमे कौन आएगा
मेरा भैया राजा
आज इतवार है
आज इतवार है
तोते को बुखार है
तोता गया बाग़
बाग़ मे था डॉक्टर
डॉक्टर ने लगायी सुई
तोता बोला उई उई उई
खेलो खेल खिलोनो से
खेलो खेल खिलोनो से
मत खेलो बंदूक तलवार से
न कहो शटउप, न करो शूट
पहनो हरदम सूट बूट
आपस मे लड़ना कैसे
कह दो हमसे हो गयी भूल
फिर भी न माने कोई
दे दो प्यारा सा एक फूल
बिल्ली बोली – श्री प्रसाद
बिल्ली बोली – बड़ी जोर का
मुझको हुआ जुकाम,
चूहे चाचा, चूरन दे दो
जल्दी हो आराम!
चूहा बोला – बतलाता हूँ
एक दवा बेजोड़,
अब आगे से चूहे खाना
बिल्कुल ही दो छोड़!
पर्वत कहता – सोहन लाल द्विवेदी
पर्वत कहता
शीश उठाकर
तुम भी ऊँचे बन जाओ।
सागर कहता है
लहराकर
मन में गहराई लाओ।
समझ रहे हो
क्या कहती है
उठ-उठ गिर गिर तरल तरंग।
भर लो, भर लो
अपने मन में
मीठी-मीठी मृदुल उमंग।
धरती कहती
धैर्य न छोड़ो
कितना ही हो सिर पर भार।
नभ कहता है
फैलो इतना
ढक लो तुम सारा संसार।
चिड़िया, ओ चिड़िया- हरिवंश राय बच्चन
चिड़िया, ओ चिड़िया,
कहाँ है तेरा घर?
उड़-उड़ आती है
जहाँ से फर-फर!
चिड़िया, ओ चिड़िया,
कहाँ है तेरा घर?
उड़-उड़ जाती है-
जहाँ को फर-फर!
वन में खड़ा है जो
बड़ा-सा तरुवर!
उसी पर बना है
खर-पातों वाला घर!
उड़-उड़ आती हूँ
वहीं से फर-फर!
उड़-उड़ जाती हूँ
वहीं को फर-फर!
लल्लू जी की पतंग – शादाब आलम
लल्लू जी की पतंग
बातें करे हवा के संग
लल्लू जी की लाल पतंग।
आसमान में लहर रही है
एक जगह न ठहर रही है।
इधर भागती उधर भागती
खूब करे मस्ती हुड़दंग।
हरी, गुलाबी, नीली, काली
की इसने छुट्टी कर डाली।
बीस पतंगें काट चुकी है
बड़ी बहादुर, बड़ी दबंग।
सभी पतंगों से सुंदर है
सबकी इस पर टिकी नजर है।
ललचाता है सबको इसका
अति प्यारा मनमोहक रंग।
मेरा एक प्यारा परिवार है
मेरा एक प्यारा परिवार है
इसमे दादा दादी है
छोटे चाचू मेरे दोस्त
खेल खिलाती चाची है
मम्मी पापा सबसे अच्छे
लम्बे ताऊ छोटी ताई
हम सब मिलकर रहते है
सारे सुख दुःख साथ सहते है
अंतिम शब्द –
हमने यहां पर बच्चों की कविता ( chhote bacchon ki poem ) छोटे बच्चों के लिए कविता छोटे बच्चों की पोयम आपके बीच में शेर की है, क्योंकि यह छोटी-छोटी कविताएं बहुत ही विद्वान कवियों के द्वारा लिखी गई है, आप अपने छोटे बच्चों के लिए यहां से कविता याद करवा सकते हैं और आप लिख सकते हैं, कॉपी कर सकते हैं।
दोस्तों आप सभी से में उम्मीद करता हूं कि आपको हमारे द्वारा शेयर की गई सभी हिंदी कविताएं बच्चों के लिए आपको पसंद जरूर आई होगी.