बापू पर कविता हिंदी – आज हम आपके लिए इस पोस्ट में लेकर Poem on bapu hindi आए हैं, बापू पर कविता हिंदी में यह लेख आपको बहुत ही पसंद आने वाला है, ( Poem Gandhi jayanti per Kavita ) आज हम बात कर रहे हैं, भारत देश के राष्ट्रपिता और हम इनको बापू के नाम से भी जानते हैं, और महात्मा गांधी के नाम से भी इनको जाना जाता है, हमेशा इन्होंने अन्य की विरुद्ध बहुत ही संघर्ष किया है, इनका सपना था कि हमारा भारत देश अंग्रेजों के गुलाम से आजाद हो और इनका सपना पूरा हुआ गांधी जी की ऐसी कविताएं हैं, जो हमारे को जीवन जीने की एक नई मंजिल दिखती है, जीवन में कितना संघर्ष किया इन कविताओं से आपको सब कुछ सीखने के लिए मिलेगा।

गांधी जयंती पर कविता – जो कविताएं आज हम आपके बीच में शेयर कर रहे हैं, इनको आप गांधी जयंती पर भी किसी देशभक्ति प्रोग्राम में भाग लेकर इनको बोल सकते हैं, अपनी क्लास में भी आप इन बापू की कविताएं बोल सकते हैं।
4 लाइन की कविता हिंदी में | यह भी पढ़ें |
माँ पर कविता हिंदी में | यह भी पढ़ें |
छोटी सी कविता हिंदी में | यह भी पढ़ें |
हिंदी दिवस पर छोटी सी कविताएं | यह भी पढ़ें |
मोटिवेशनल कविता हिंदी में | यह भी पढ़ें |
देश भक्ति पर छोटी कविता | यह भी पढ़ें |
स्कूल में बोलने के लिए कविता | यह भी पढ़ें |
आशुतोष राणा की कविताएं | यह भी पढ़ें |
8 लाइन की कविता हिंदी में | यह भी पढ़ें |
मैथिलीशरण गुप्त की कविताएं | यह भी पढ़ें |
कुमार विश्वास की प्रेम कविता | यह भी पढ़ें |
छोटे बच्चों के लिए कविता | यह भी पढ़ें |
बापू पर कविता हिंदी | Poem गांधी जयंती पर कविता
1
राष्ट्रपिता जो कहे जाते है,
प्यार से बापू उन्हें बुलाते हैं।
जिन्होंने देश को आज़ाद कराया।
सत्य अहिंसा का पाठ पढ़ाया।
महात्मा गांधी वो कहलाते हैं।
उन्होंने विलास को छोड़कर,
अपना जीवन देश की आज़ादी में लगाया।
विदेषी कपड़ों को त्याग कर उसने ।
देशी का महत्व समझाया।
कई आंदोलन और सत्याग्रह किये।
अंग्रेजों से लड़ने के लिए,
लोगों को अपने साथ किये,
देश को आज़ाद कराने के लिए।
सत्य अहिंसा के मार्ग पर चलकर।
अंग्रेजों से लड़ी लड़ाई।
अपना तन मन धन
सब कुछ सौंप दिया
अपने आपको पूरा झोंक दिया।
अंत तक लड़ी लड़ाई
देश को आज़ादी दिलायी।
बापू पर कविता हिंदी
2
2 अक्टूबर खास बहुत है
इसमें है इतिहास छिपा,
इस दिन गाँधी जी जन्मे थे
दिया उन्होंने ज्ञान नया,
सत्य अहिंसा को अपनाओ
इनसे होती सदा भलाई,
इनके दम पर गाँधी जी ने
अंग्रेजों की फौज भगाई,
इस दिन लाल बहादुर जी भी
इस दुनिया में आये थे,
ईमानदार और सबके प्यारे
कहलाये थे,
नहीं भुला सकते इस दिन को
ये दिन तो है बहुत महान,
इसमें भारत का गौरव है
इसमें तिरंगे की शान हैं।
3
चरखे के ताने बाने से उसने
भारत का इतिहास रचा
हिन्दू,मुस्लिम,सिख,ईसाई
सबमें इक विश्वास रचा
सहम गया विदेशी फिरंगी
लड़ने का अभ्यास रचा
मान गया अंग्रेजी शासक
बापू की पहचान को
हम श्रद्धा से याद करेगें
गाँधी के बलिदान को
जिस बापू ने सारे जग में
हिन्दुस्तान का नाम किया
उस पर ही इक घात लगाकर
अनहोनी ने काम किया
बापू ने बस राम कहा और
चिर निद्र में विश्राम किया
यह संसार नमन करता है
आजादी की शान को
हम श्रद्धा से याद करेगें
गाँधी के बलिदान को
बापू पर कविता हिंदी
4
जन्मदिवस बापू का आया
सारे जग ने शीश नवाया
यह जीवन की शिक्षा का दिन
पावन आत्मपरीक्षा का दिन
मानवता की इच्छा का दिन
जगती का कण-कण हर्षाया
जन्मदिवस बापू का आया
जिसने खुशियाँ दी जीवन को
कोटि-कोटि दलित जनों को
सरल कर दिया जीवन रण को
ऊँच-नीच का भेद मिटाया
जन्मदिवस बापू का आया
जन्मदिवस बापू का आया
सत्य प्रेम का पथ अपना कर
क्षमा, कर्म के भाव जगा कर
स्वर्ग उतारा था वसुधा पर
युग का था अभिशाप मिटाया
जन्मदिवस बापू का आया
आज तुम्हारी मीठी वाणी
गूँज रही जानी पहचानी
अमर हुए तुम जीवन-दानी
घर-घर नव प्रकाश लहराया
जन्मदिवस बापू का आया
तुमने अपना आप गँवाकर
दानवता के बाग़ मिटाकर
सबके आगे माथ झुकाकर
मानवता का मान बढाया
जन्मदिवस बापू का आया
Read more :- मोटिवेशनल कविता हिंदी में
Poem गांधी जयंती पर कविता
5
ली सच की लाठी उसने
तन पर भक्ति का चोला
सबक अहिंसा का सिखलाया
वाणी में अमृत उसने घोला
बापू के इस रंग में रंग कर
देश का बच्चा- बच्चा बोला
कर देगें भारत माँ पर अर्पण
हम अपनी जान को
हम श्रद्घा से याद करेगें
गाँधी के बलिदान को
चरखे के ताने बाने से उसने
भारत का इतिहास रचा
हिन्दू,मुस्लिम,सिख,ईसाई
सबमें इक विश्वास रचा
सहम गया विदेशी फिरंगी
लड़ने का अभ्यास रचा
मान गया अंग्रेजी शासक
बापू की पहचान को
हम श्रद्धा से याद करेगें
गाँधी के बलिदान को.
6
धोती वालें बाब़ा की
यह ऐंसी एक लड़ाई थी
न गोलें ब़रसाए उसने
न ब़न्दूक चलाई थी
सत्य अहि़ंसा के ब़ल पर ही
दुश्मऩ को धूल चटाईं थी
मन क़ी ताकत से हीं उसनें
रोक़ा हर तूफ़ान को
हम श्रद्धा सें याद क़रेगे
गांधी के ब़लिदान को
7
ब़ापू महान, ब़ापू महान्!
ओं परम तपस्वीं परम वीर
ओं सुकृति शिरोमणिं, ओं सुधीर
कुर्बांन हुवे तुम, सुलभ हुआं
सारीं दुनियां को ज्ञान
ब़ापू महान्, बापू महान्!!
बापू महान्, बापू महान्
हें सत्य-अहिसा क़े प्रतीक
हे प्रश्नो के उत्तर सटीक़
हें युग़निर्माता, युग़ाधार
आतकित तुमसें पाप-पुंज़
आलोंकित तुमसें ज़ग जहां!
बापू महान्, बापू महान्!!
दों चरणोवाले कोटि चरण
दो हाथोवालें क़ोटि हाथ
तुम युग़-निर्मांता, युग़ाधार
रच गयें कईं युग एक़ साथ।
तुम ग्रामात्मा, तुम ग्राम़ प्राण
तुम ग्राम् हृदय, तुम ग्राम् दृष्टि
तुम क़ठिन साधना क़े प्रतीक़
तुमसें दीप्त हैं सक़ल सृष्टि।
Poem गांधी जयंती पर कविता
8
एक़ थे लाल
औंर एक़ थे बापू ,
कहां है अब़ ऐसें
लाल और ब़ापू ,
दोनो ने ज़ीवन ,सर्वंस्व किया ,न्यौछावर ,
अपनी इस ज़ननी की ख़ातिर ,
आओं मिलक़र दिया ज़लाये ,
ज़न्मदिन उनक़ा मनाएं ,
सुख़ ,समृधि क़ा जो
देख़ा उन्होने सपना ,
उसक़ो पूरा करनें का
क्यो न लें प्रण अपना |
प्यारें बापू प्यारें शास्त्री ज़ी ,
धन्यभाग़ हमारें ,
ज़ो हम इस धरतीं पर आये ,
ज़हा ऐसें कर्णंधार हमनें है पाए |
अपनें कर्मंठ अमर सपूतो को ,
उनकें पसीनें की एक़ एक़ बूंदो को
क्यो न याद करें
हम दोनो को ,
भाव ब़िह्वलहोक़र दोनो को
इस धरा कें अमर सपूतो को ,
एक़ ने ब़ोला जय जवान –
जय किसान ,
दूसरें बोलें रघुपति राघव राजा राम
दोनो क़ी थी एक़ ही बोली ,
देश हमारा खेंले होली(रंगो की),
क्यो न बोले हम ये आज़ ,
भारत ,ब़न जाये हम सबकी शान
9
लेकर गाँधी तेरा नाम
चला रहे नेता दूकान
कोई कहे मैं सत्य पुजारी
कोई बोले मैं अहिंसाधारी
करके हर वक्त तुझे प्रणाम
करे मर्यादा का राम नाम
मुंह में है राम राम छाया
अंदर दबाये लूट की माया
ओढ़ कर तेरे गुणों की खाल
असल में रखे रावण सा हाल
देख इनका गाँधी इमोशन
जनता करवा रही ही शोषण
वादों का देकर ये भोजन
कर रहे हैं खुद का पोषण
गाँधी बस कर रहे तुझे बदनाम
मार अहिंसा की लाठी दे ईनाम
Poem on gandhi ji in hindi | गांधी जयंती पर कविता
10
हे बापू मेरे, हे बापू मेरे
तेरे होने से आजादी मिली है
जो तु ना होता आजादी नहीं है
हे बापू मेरे, हे बापू मेरे
तूने ही दिलाई है
सदियाँ रोशन की
ये जो तेरी लाठी है
लायी आजादी मौसम की
यहाँ तेरा नाम अमर है
यह तेरी है जमीं है
हे बापू मेरे ………
तु लाया तोड़कर
स्वाभिमान की गलियां
होकर तूने न्योछावर
खिलाई हंसी की कलियाँ
जहां पड़े तेरे कदम
तु बस गया वहीं है
हे बापू मेरे ………….
दिया तूने आजाद भारत
आंदोलन कर करके
दूर भगाये विदेशी
तुने डटकर के
तु करोड़ों में है एक
तुझसा कोई नहीं है
हे बापू मेरे ………
11
गांधीजी सबसे न्यारे थे
गांधीजी सबसे प्यारे थे
कहलाते थे वह राष्ट्रपिता
पर वह बापू हमारे थे
भगा दिया अंग्रेजो को
बिना किसी हथियार के
दिला दी आज़ादी हमे
अहिंसा के हथियार से
ऐसे बापू को सदैव नमन हमारा
रहेगा याद हमे बलिदान तुम्हारा
12
राष्ट्रपिता जो कहे जाते है,
प्यार से बापू उन्हें बुलाते हैं।
जिन्होंने देश को आज़ाद कराया।
सत्य अहिंसा का पाठ पढ़ाया।
महात्मा गांधी वो कहलाते हैं।
उन्होंने विलास को छोड़कर,
अपना जीवन देश की आज़ादी में लगाया।
विदेषी कपड़ों को त्याग कर उसने ।
देशी का महत्व समझाया।
कई आंदोलन और सत्याग्रह किये।
अंग्रेजों से लड़ने के लिए,
लोगों को अपने साथ किये,
देश को आज़ाद कराने के लिए।
सत्य अहिंसा के मार्ग पर चलकर।
अंग्रेजों से लड़ी लड़ाई।
अपना तन मन धन
सब कुछ सौंप दिया
अपने आपको पूरा झोंक दिया।
अंत तक लड़ी लड़ाई
देश को आज़ादी दिलायी.
- Read more :-
- 4 लाइन की कविता हिंदी में
- मां पर कविता हिंदी में
- हिंदी दिवस पर छोटी कविताएं
अंतिम शब्द :-
बापू पर कविता हिंदी – हमारे द्वारा लिखा गया लेख आपको जरूर पसंद आया होगा क्योंकि आज हम आपके बीच में शेयर कर रहे हैं, बापू पर कविता हिंदी में जो महान कवियों द्वारा गांधी जी के जीवन चरित्र पर कविताएं लिखी गई है आपको पसंद जरूर आई होगी इनको अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें।